मधुतर होगा आने वाला कल
मधुतर होगा आने वाला कल
कुछ दिलों में मेरे प्रति मलिनता का
हो रहा है मुझको काफी स्पष्ट आभास।
निवेदन है प्रभु दे दो मुझे वह शक्ति
इसे दूर करने में सफल हो मेरा प्रयास।
निस्पृह भावों संग मैं सबके बीच रहते
उन दिलों से हे ईश्वर मिटा सकूं यह मैल।
मेरे भाव उनके प्रति मलिन न होने पाएं
जो है उससे अधिक न सके मलिनता फैल।
कहीं पर लगे हुए कीचड़ को हटाने हेतु
किया गया कहीं जो कीचड़ का ही प्रयोग।
समस्या का तो रूप हो सकता है विकराल
संभव है कि बन जाए एक असाध्य रोग।
किसी के दिल कोने में भी मेरे प्रति कहीं
जो कोई भी हो एक छोटी भी दुर्भावना।
प्रियजनों सा सदा मैं करूं उसको प्यार
उसके प्रति रहे दिल में सदा ही सद्भावना।
पंक मन या तन का हटाने हेतु आवश्यक है
निर्मल भावनाएं मन की और निर्मल जल।
आज रह सकेगा मधुर ज्यादा गुजरे कल से
और आज से मधुतर होगा आने वाला कल।