मैं ही गलत हूं
मैं ही गलत हूं
जो खुद से झूठ बोल जाता हूं
जो खुद से कुछ छुपा जाता हूं
तो फिर शायद मैं ही गलत हूं
जो खुद ही से रूठ जाता हूं
जो खुद को मना ना पाता हूं
तो फिर शायद मैं ही गलत हूं
जो खुद से लड़ने जाता हूं
जो खुद ही से हार जाता हूं
तो फिर शायद मैं ही गलत हूं
जो खुद नई राहों पे जाता हूं
जो खुद ही लौट आता हूं
तो फिर शायद मैं ही गलत हूं
जो खुद को जानना चाहता हूं
जो खुद ही जान ना पाता हूं
तो फिर शायद मैं ही गलत हूं
जो खुद को समझाना चाहता हूं
जो खुद ही समझ ना पाता हूं
तो फिर शायद मैं ही गलत हूं
जो खुद को भूलना चाहता हूं
जो खुद ही को भूल ना पाता हूं
तो फिर शायद मैं ही गलत हूं
जो खुद ही को सोचना चाहता हूं
जो खुद ही को सोच ना पाता हूं
तो फिर शायद मैं ही गलत हूं
जो खुद ही को सच बताना चाहता हूं
जो खुद ही से सच सुन ना पाता हूं
तो फिर शायद मैं ही गलत हूं !
