मैदान नहीं, देश का सम्मान है
मैदान नहीं, देश का सम्मान है


यह क्रिकेट का मैदान नहीं,
देश का सम्मान है।
भारत का तिरंगा फहर रहा,
क्रिकेट के मैदान में।
चौके छक्के लग रहे,
देश के सम्मान में।
पूरा देश है आ गया
मानों हरे भरे क्रीडांगण में।
तिरंगे की शान बढ़ाने को
खिलाड़ी जुटे इस आंगन में।
कोटि कोटि की नजर लगीं,
क्रिकेट के हर बॉल पर।
कोटि कोटि खिलाड़ी खेल रहे,
उमंगों हैं उबाल पर।
आगे बढ़ो वीरों रखो शान,
हमारा देश महान है।
यह क्रिकेट का मैदान नहीं,
देश का सम्मान है।
हर बॉल है कीमती,
रन न छूटने पाए,
हर कैच है जोखिम भरा,
बॉल चाहे कहीं भी जाये।
इधर झपट लो,
उधर लपक लो,
डाइव मारकर
बॉल पकड़ लो।
क्षेत्र रक्षण हो सशक्त,
हर बॉल पर रन रोको।
दुश्मन के इरादे पहचानो
हर बैट्समैन रन ठोको।
वीर बांकुरों, विश्व कप ले आओ,
देश का अरमान है।
यह क्रिकेट का मैदान नहीं ,
देश का सम्मान है।