मातृभाषा
मातृभाषा
भाषा से सभी आगे बढ़े
भाषा से सभी मिलाप चढ़े
देश दुनिया की खबर ले
देश दुनिया में कदम ले
बढ़ाकर रखा भाषा का मान
चढ़कर सीढ़ी चढ़ते नया जान
आस मिटती नहीं सांस की
निज भाषा उन्नति पथ की
कर लो आज ये संकल्प
भाषा से बढ़ा कोई विकल्प
मातृ भाषा की शक्ति को बढ़ा
ज्ञान दर्पण बन शिखर को चढ़ा
मुंह बोली भाषा बनी हमारी हिन्दी
शिक्षा का नाम चमका बनी बिंदी
मत करो अभिमान दूसरी भाषा का
निज भाषा में निहित सभी लोग का
मातृ भाषा में को करे बात
मिटे नहीं किसी छोर पात
राष्ट्रभाषा हिन्दी का करो प्रचार
ये बना है मातृभाषा का मुख्य द्वार
हमारी हिन्दी पहचान बनाई
माता पिता से सीखकर बनाई
कागज के पन्ने पलट पलट कर
फूलों को तरह फला ठन कर
अपनाओ भले ही दूसरे की भाषा
मत भूलो अपने परिवेश की भाषा।