मास्क काले-गोरे का भेद मिटा रहे हैं
मास्क काले-गोरे का भेद मिटा रहे हैं
मास्क काले-गोरे का भेद मिटा रहे हैं
अंजान पीड़ा को अपने आगोश में दबा रहे हैं।
मास्क काले-गोरे का भेद मिटा रहे हैं
गोरी की नज़ाकत भरी मुस्कान को,
अपने आवरण में छुपा रहे हैं।
मास्क काले-गोरे का भेद मिटा रहे हैं
चाँद सी खूबसूरती पे गुमान ना खा,
अब तो चाँद को केवल मास्क निहार रहे हैं।
मास्क काले-गोरे का भेद मिटा रहे हैं
सौंदर्य प्रसाधन के व्यापारियों की चिंता बढ़ा रहे हैं।
मास्क काले-गोरे का भेद मिटा रहे हैं
पार्लर वालों के दिल जला रहे हैं।
मास्क काले-गोरे का भेद मिटा रहे हैं
सबको हनुमान जी बना रहे हैं।
मास्क काले-गोरे का भेद मिटा रहे हैं
बदन तो ढकते थे, मुख की खूबसूरती को भी ग्रहण लगा रहे हैं।
