लव यू जिंदगी
लव यू जिंदगी


पल पल रंग बदलता ये जिंदगी का सफर,
कभी लाल है, तो कभी पीला,
गढ़ रही है, एक कहानी अनंत तक,
निरंतर जारी है, ये जीवन की लीला,
जिंदगी हो चली है, किताब अब,
हर पन्ना लगने लगा है, खिताब अब,
आ रही है, शनै शनै, अब सांझ की बेला,
चांदनी छलक आई है, उलझी लटो में,
जिंदगी की सिलवटों ने, बिखेरा है चेहरे पे रंग सुनहला,
तबीयत से दिया है, इस जिंदगी ने,
सुख, साधन और प्रेम का ये रेला,
अकेले आए थे, जाना है खाली हाथ ही अकेला,
फिर क्यों ढोए, जरूरत से ज्यादा इच्छाओं का ठेला,
क्या करे गिले, करें क्यों शिकवे अब,
जब जिंदगी का ये खेल, जी भर के खेला,
डर नहीं, मिट्टी में मिल जाने का,
शून्य से शून्य तक का ही तो है, बस ये मेला ।