लॉकडाउन
लॉकडाउन
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बेशक बंद रखने हैं
अपने घर के दरवाज़े
तुम अपने मन के खोल लेना
बाहर नहीं घूम सकते तुम
जरा झाँक लो अपने ही भीतर
टटोल कर वर्षों से दबी इच्छाएं
निकाल बाहर उन्हें पूरा कर लेना
भीड़ भरी दुनिया से दूर
शोर गुल से मुक्त हो अब
बैठ जाना यूं ही
खुद से मन भर बातें कर लेना
बेतहाशा भाग रही जिंदगी
ठहरी है अब
सुस्ता कर तुम जरा साँस ले लेना।