लड़की का संसार
लड़की का संसार
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कभी सुनहरी धूप-सा,
कभी शीत जलधार।
प्रेम दया आँसू खुशी,
लड़की का संसार।।
छोटे से दिल में रखे,
दुनिया के जज्बात।
ले कर धागे प्रेम के,
ख्वाब बुनें हर रात।।
वो नेमत भगवान की,
या कोमल हो फूल।
प्रेम दया की प्रार्थना,
जैसे हुई कुबूल।।
चपल-चंचला झूमती,
जाने कब नादान।
रस्ते जीवन के नहीं,
होते हैं आसान।।
बात-बात पर रूठती,
हँस देती बिन बात।
ढल जाती चुपचाप ही,
जैसे हों हालात।।
उस से ही आबाद घर,
उस से ही सम्मान।
उस की ही मुस्कान में,
बसते हैं भगवान।।
