मै शब्द नहीं लिखती शब्द मुझे लिखते हैं
निष्ठुर यह सावन सखी, खोले बंद किताब। यादों में मिलते नहीं, बाकी रहे हिसाब।। निष्ठुर यह सावन सखी, खोले बंद किताब। यादों में मिलते नहीं, बाकी रहे हिस...
आँखों आँखों मे कटे, सूनी-सूनी रात। खत्म नहीं होती मगर, यादों की बरसात।। आँखों आँखों मे कटे, सूनी-सूनी रात। खत्म नहीं होती मगर, यादों की बरसात।।
झोली में सावन लिए, आया है त्योहार।। झोली में सावन लिए, आया है त्योहार।।
छेड़ गया चुपचाप से, भूली-बिसरी बात।। छेड़ गया चुपचाप से, भूली-बिसरी बात।।
पहली बारिश में लिखा, ख़त जो उनके नाम। पहली बारिश में लिखा, ख़त जो उनके नाम।
तिल-तिल कर तपती धरा, जलती है दिन-रात। तिल-तिल कर तपती धरा, जलती है दिन-रात।
गर्म तवे सी जल रही, गलियाँ सब सुनसान। रूठ गर्ई ठंडी हवा, छिपी कहीं नादान।। गर्म तवे सी जल रही, गलियाँ सब सुनसान। रूठ गर्ई ठंडी हवा, छिपी कहीं नाद...
चार दिनों की ज़िंदगी, सदियों का है जोड़। कितने भी करतब करो, जाना है सब छोड़।। चार दिनों की ज़िंदगी, सदियों का है जोड़। कितने भी करतब करो, जाना है सब ...
ये वादे सुल्तानी तू भी अपनी अर्जी लिखकर रख लेना तैयार। ये वादे सुल्तानी तू भी अपनी अर्जी लिखकर रख लेना तैयार।
धरती ऐसे जल रही, जैसे जले मशाल। धूल-धूल रस्ते हुए, सूखे-सूखे ताल। धरती ऐसे जल रही, जैसे जले मशाल। धूल-धूल रस्ते हुए, सूखे-सूखे ताल।