लड़की- एक कली
लड़की- एक कली
हम लड़कियों को बहुत कुछ सहना पड़ता है,
पर ज्यादा दुख तब होता है जब
अपने घर को छोड़ किसी और घर जाना पड़ता है,
बचपन से जिस घर में खेला करते थे,
जिस आँगन में बेफिक्र घूमा करते थे,
एक दिन किसी और के आँगन को सँवारने जाना पड़ता है,
अपने घर को छोड़ किसी और के घर जाना पड़ता है।
जिस माँ ने बचपन से हमें पाला था,
सोन चिरैया सिर्फ कहा ही नहीं
बिल्कुल वैसे ही उड़ना सिखाया था,
जिन पापा ने आँखों को सपना देखना सिखाया था,
उन्हें पूरे करने के लिए दुनिया से ही नहीं
खुद से भी लड़ना सिखाया था,
उन्हें छोड़कर दूसरे माँ पापा को अपनाना पड़ता है,
एक लड़की को अपना घर छोड़ दूसरे घर जाना पड़ता है।।