कृष्ण
कृष्ण
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मनमोहक मनभावनी छवि से जो
सभी का चित्त मोह लेते ऐसा बोध कृष्ण हैं।
रूप हैं अनेक मोहिनी है एक सी सभी में,
निरखत सुध बुध विसार दे वो कृष्ण हैं।।
ब्रिज ग्वालन के बाल सखा,
गोपियन का अनुराग है,
राधा का प्रेम,
बांसुरी का राग कृष्ण है,
कंस जैसे पापियों का काल और
इंद्र कालिया के दर्प दंभ को दमन वाले,
नटनगर गिरधारी भी तो कृष्ण हैं।।
द्रोपदी की आस अर्जुन का विश्वास हैं,
मित्रता पर तीनों लोक त्याग दे वो कृष्ण हैं,
कला ,ज्ञान, योग,नृत्य, त्याग, तप साहस हैं कृष्ण
और धरम रक्षा हेतु गीता का सार भी कृष्ण हैं।।
