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Kamini sajal Soni

Others

3.5  

Kamini sajal Soni

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करार आ जाए

करार आ जाए

1 min
12


बन गए घाव दिल पर तुम्हारे शब्दों के

प्यार की मरहम लगे तो शायद करार आ जाए

क्यों पहले जैसा प्यार अब रहा नहीं

चलो दोस्त बन जाए तो शायद प्यार हो जाए

तुम अपने हिस्से की आज़ादी जी लेते हो

आज मेरे हिस्से की आज़ादी दे दो

तो शायद करार आ जाए

जरूरी नहीं लगाव अपनों से ही हो

अनजान भी आ जाते हैं दिल के करीब

सुकून पाता है जीवन के सफर में दिल

जब बगैर शर्त और समझौतों के हो रिश्ता

तो शायद दिल को करार आ जाए।



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