ADITYA MISHRA
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त्याग जितना करते रहोगे
उतना ही तुम मरते रहोगे,
सज्जनता का कलयुग में यही है सार
आ बैल मुझे मार।
सच्चे मानुष हो सिर्फ तुम एक
दुर्जनों की है पूरी सरकार
दयालुता का कलयुग में मतलब यही है
नारी तुझे प्र...
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