किसी दूर देश के...
किसी दूर देश के...
किसी दूर देश के शहर में आतिश जारी है
आप क्या हँस रहे हैं कल आपकी बारी है
सच-झूठ, अच्छा-बुरा कुछ तो बोलो आप
आप इसी धरा के हैं आपकी जिम्मेदारी है
आप इतना निश्चिन्त कैसे बैठे हैं,
जनाब आप कैसे हैं, कल आपकी क्या तैयारी है
हमको आपसे वैसे कोई भी मतलब नहीं
बेवजह सवाल करना तो आदत हमारी है
हमसे हमारी ख़ामोशी का राज ना पूछो
ये जिस्म जिंदा रखने को, आत्मा मारी है
ये काम-वाम तो आपको करना ही नहीं
बस हर बात घुमाने की तरकीब जारी है
कोई भी बात हो गौर नहीं करते हैं आप
हर बात हँस के टालना, क्या होशियारी है
लिखने से पहले कुछ सोचा कर 'raavan'
जो मन आया लिख दे, तेरी अक्ल मारी है ।
