खुद से प्यार
खुद से प्यार
हाँ ! मैं ख़ुद से प्यार करती हूँ ...
बड़ी मुश्किलों के बाद अपने आप से यह इज़हार करती हूँ
हाँ ! मैं ख़ुद से प्यार करती हूँ ।
जिंगदी ने दिए हैं ज़ख़्म कई...
तभि अपने आप से प्यार करती हूँ
छोड़ दीया हैं तन्हा सभी ने...(२)
अब तन्हाईयो में खुद से बात करती हूँ ...
हाँ ! मैं खुद से प्यार करती हूँ ।
खुदगर्ज़ लगूँगी मैं आपको...(२)
पर ख़ुदग़र्ज़ ना कहना हमें
बड़ी मुश्किलों के बाद हिम्मत जुटाई हैं हमनें।
यूँ तो आसान होगा किसी और से इज़हार करना...
कभी अपने दिल से ख़ुद इज़हार करके तो देख
कितना प्यार आता हैं ख़ुद पे ज़रा एक बार करके तो देख
यह तन्हाईयो में खुद से बार बार केहती हूँ ...
आइने में देख कर खुद से मुलाक़ात करती हूँ
हाँ ! मैं खुद से प्यार करती हूँ ।
यूँ तो कई से प्यार करके देखा हैं हमनें...
पर प्यार ना मिलने का ग़म हरबार सहा हैं हमनें।
तो क्यूँ ना अपने आप से प्यार किया जाए?
चलो एक बार यह भी करके देख लिया जाए
खुद से यहीं ज़िक्र बार बार करती हूँ ...
हाँ ! मैं खुद से प्यार करती हूँ ।
यूँ तो रोते हुए को देखकर आँसू आए हैं हमारी आँखों में
हर रोते हुए को हँसाया हैं हमनें
नवाज़ा हैं खुदा ने हमें इस इनायत से...(२)
कहा है हमसे सभी को प्यार बाँटते हुए कभी अपने आपको भी प्यार दिया करो
खुदा की यही रेहमत को सज़दे के साथ इक़रार करती हूँ...
हाँ ! मैं खुद से प्यार करती हूँ ।