-जरूरत क्या है
-जरूरत क्या है
हर घड़ी याद दिलाने की जरूरत क्या है
इस तरह हमको सताने की जरूरत क्या है
प्यार जो हैं ही नही साफ बता दो मुझको
सच कहो बात बनाने की जरूरत क्या है
आज मरहम की जगह हाथ नमक हैं सबके
ज़ख्म सबको ही दिखाने की जरूरत क्या हैं
सो गए ओढ़ के यादों के कफ़न दिलवाले
ख़्वाब में आके जगाने की जरुरत क्या है
हर तरफ़ आग दिलो में है लगी नफ़रत की
आग बस्ती में लगाने की जरूरत क्या है
हम तो पहचान गए तेरी अदा से तुझको
रूख़ से घूघट को हटाने की जरूरत क्या है
हमको मालूम है दिलबर से बिछड़ने का दुख
आँख से अश्क़ बहाने की जरूरत क्या है
दाग ना देख सके यार धरम जो अपने
आईना उसको दिखाने की जरूरत क्या है।
