21-06-1992
हर घड़ी याद दिलाने की जरूरत क्या है इस तरह हमको सताने की जरूरत क्या है। हर घड़ी याद दिलाने की जरूरत क्या है इस तरह हमको सताने की जरूरत क्या है।
अब नय दौर में शमशीर कलम से लिखनी नई कहानी हैं। अब नय दौर में शमशीर कलम से लिखनी नई कहानी हैं।
सुनों यार नादा धरम को न समझो धरम दर्द का भी मज़ा जानता हैं। सुनों यार नादा धरम को न समझो धरम दर्द का भी मज़ा जानता हैं।
रात भर इक नज़र से थी नज़रें मिली पास आये मगर फासला रह गया रात भर इक नज़र से थी नज़रें मिली पास आये मगर फासला रह गया
नहीं पा सका हैं धरम प्यार तेरा मिला गम तेरा तो सुक़ूँ पा रहा हैं। नहीं पा सका हैं धरम प्यार तेरा मिला गम तेरा तो सुक़ूँ पा रहा हैं।
आस पास है मेरे पर नज़र नहीं आता जो नज़र में रहता है वो नज़र नहीं आता। आस पास है मेरे पर नज़र नहीं आता जो नज़र में रहता है वो नज़र नहीं आता।
क्रोध मोह छल छदम तजूँ मैं , गीत प्रेम के गाऊँ मैं। क्रोध मोह छल छदम तजूँ मैं , गीत प्रेम के गाऊँ मैं।
धर्म याद रखना हमेशा खुदा को खुदा की तुझे भी पनाहें मिलेंगी। धर्म याद रखना हमेशा खुदा को खुदा की तुझे भी पनाहें मिलेंगी।
साथ रहे वो खेले बैठे रिश्ता दिल का जोड़ दिया समझ न पाए हम जीवन का रुख उसने मोड़ दिया साथ रहे वो खेले बैठे रिश्ता दिल का जोड़ दिया समझ न पाए हम जीवन का रुख उसने मोड़...
साथ निभाने का करके वादा साथ छोड़ वो चले जाते हैं साथ निभाने का करके वादा साथ छोड़ वो चले जाते हैं