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Kavita Sharma

Tragedy

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Kavita Sharma

Tragedy

जन्मदिन

जन्मदिन

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जन्मदिन किसी के लिए भी ख़ास होता है

धरती पर वो आया है उसकी पहचान होता है

कोई जन्म लेता है आलीशान महलों में

किसी को घर भी नसीब कहां होता है

अपने अपने कर्मों से यह तय होता है

कोई पाता है नाम यश और शौहरत बहुत

किसी को नाजायज औलाद का खिताब मिलता है

कहीं बड़ी बड़ी दावतें दी जाती हैं जन्म होने पर

किसी मंदिर की सीढ़ियों पर स्थान मिलता है

धरती पर जन्म लेने का उत्सव यूं ही चलता रहता है।


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