STORYMIRROR

Nalanda Wankhede

Others

2  

Nalanda Wankhede

Others

जज्बात

जज्बात

1 min
297


बेमिसाल शौक के कद्र दान है हम

हर हालात में खुशगवारी का

मौसम है हम

लफ्ज़ हो जाये खामोश पर

लबों पर हल्की सी मुस्कान

बिखेरते है हम


जज्बातों को कहने की जरूरत नहीं

बस यूं ही समझने के काबिल हैं हम

खटखटाया ना करो दिलों के दरवाज़े

दर्द को छलकने नहीं देते है हम


उधड़े हुए ग़म को फेका न करो यूँही

रफू करने में माहिर हैं हम

नीलामी के बाजार में वही आगे रहा

कभी जिसे आफताब लगते थे हम



Rate this content
Log in