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Dr. Tulika Das

Children Stories Comedy

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Dr. Tulika Das

Children Stories Comedy

जादुई सुबह

जादुई सुबह

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सुबह इतनी खूबसूरत होगी 

यह मैंने सोचा न था

 हैरी पॉटर संग मै चाय पियूंगी

 यह मैंने कहा जाना था ।

 हिली जो जादुई छड़ी बर्तन सारे धुल गए

 टेबल पर मेरे केक और बिस्कुट आकर सज गए

होमवर्क मेरी बेटी का हमाईनी ने करवा दिया

रॉन ने मेरा घर फूलों से सजा दिया।

बिखरी हुई चीजें घर की

 चलती फिरती नजर आई 

जाकर अपनी सही जगह पर चुपके से बैठ गई ।

हाय ऐसी सुबह फिर ना कभी आई ।

खुली जो आंखें तो फिर यह एक सपना था

 सारा काम मुझे मेरा खुद ही करना था ।


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