इंद्रधनुष के नजारे
इंद्रधनुष के नजारे
आज मौसम में फिर खुमारी है,
आंधी,धूल बारिश की बारी है।
गरज रहा बादल क्या बताएगा,
धरती माँ के सम्मुख
नतमस्तक दुनियां सारी है।
सप्त रंगीय इंद्रधनुष के खूब यह नजारे है,
दिल में बसे हम केवल तुम्हारे है।
आजकल बदल रहा सबका मिजाज,
दिन में ही नजर आ जाते तारे है।
कहाँ से कहाँ ले जाएगा यह तूफान,
आसूं बनकर बह ना जाएं यह अरमान।
प्रकृति ने सुना दिया है फरमान,
सताओगे मुझको ऐसे तो,
कैसे खुश होगी अगली पीढ़ी की संतान।
