हम एक हैं
हम एक हैं
हिंदू हो या हम मुसलमान,
सबसे पहले हम हैं इंसान।
दिलों से नफ़रत खत्म करें,
बन जाए प्यारा हिन्दुस्तान।।
होली-दिवाली या आती है ईद,
एक दूजे को देते ख़ूब बधाई।
कुशल-क्षेम पूछे हम सबका,
पाटे हम सब दिल की खाई।।
अल्लाह, अकबर या हो राम,
सब है ख़ुदा व प्रभु के नाम।
विश्वास की कोशिश करने से,
सबके हम आते-जाते काम।।
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई,
अमन-चैन से हम जीना सीखें।
कर्तव्य निभाए हम सब अपना,
सुख-दुख साथ सहना सीखें।।
जब राष्ट्र पर हो कोई दुश्वारी,
दुश्मन हमको आँख दिखाए।
जाति धर्म को छोड़ वहीं पर,
वतन पर हम मर-मिट जाएं।।
सैनिक न देखते जाति-धर्म,
वो सरहद की रक्षा करते हैं।
अपने राष्ट्र से है जिन्हें प्रेम,
फ़र्ज पर सदैव डटे रहते हैं।।
