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हिलोरें
हिलोरें
हिलोरें
हिलोरें
जीवन के बहाव की
बालपन के भाव की
छुटपन की मस्ती
खुशियों की बस्ती
यूँ ही नहीं बहतीं
ये हिलोरें
जीवन को बहना होता है
अनवरत
ना कोई राग
ना ही विराग
बनना होता है जीवन को
बालमन सा
जो चहकता है किसी मस्त
किलोर सा
जो महकता है किसी पाक
हिलोर सा
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