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Husan Ara

Others

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Husan Ara

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हौसला

हौसला

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ज़्यादतियों के बोझ से भी

हौसला झुकेगा कहाँ

थाम कर रख न पाएगा

वक़्त है रुकेगा कहाँ?


तेरी ललकारें चट्टानों को हिला देंगी

तेरी उम्मीद राहों में दीप जला देगीं,

करे कितने भी सितम

दुश्मन टिकेगा कहाँ?

थाम कर रख न पाएगा

वक्त है रुकेगा कहाँ?


अभी रात है , तो डरने की क्या बात है?

दिन भी निकलेगा, अंधेरे की क्या औकात है,

लौट आएगा सच का बाज़ार

झूठ ज़्यादा बिकेगा कहाँ?

थाम कर रख न पाएगा

वक़्त है रुकेगा कहाँ?



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