गुरू अर्जन देव साहब जी
गुरू अर्जन देव साहब जी
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वह पक्के प्रेमी थे
परमात्मा के
तभी तो
जलती हुई आग के ऊपर
गर्म तवे पर
शांति से बैठ गए
ऊपर से डाली गई
गर्म रेत
उफ्फ तक न की ...
परमात्मा के प्रेम में
ऐसे थे रंगे
कि उनकी कुर्बानी
उनका धैर्य, उनकी शांति
और उनका नूर
आज तक कायम है
चांद सूरज से बढ़कर