यात्री.. जीवन पथ की, लिखना - पढ़ना जारी, दो काव्य संग्रह प्रकाशित, कुछ कहानियां व लघुकथाएँ प्रकाशित, हिंदी अकादमी दिल्ली द्वारा कहानी लेखन पुरस्कार प्राप्त..
जब लगाव परमात्मा से हो गया मायावी लगावों से दूर हो गया अधूरापन मिटा खुद रब हो गया जब लगाव परमात्मा से हो गया मायावी लगावों से दूर हो गया अधूरापन मिटा खुद रब...
नहीं वह मोहताज़ किसी का ख़ुशियाँ ही उसकी मोहताज़ ठहरी जब से हुआ है बेफिक्र रब ही करता उसकी ... नहीं वह मोहताज़ किसी का ख़ुशियाँ ही उसकी मोहताज़ ठहरी जब से हुआ है बेफिक्र...
पता नहीं कब कश्ती नदी में समा जाए और नदी बन जाए सागर रिक्त हो जाए जीवन गागर पता नहीं कब कश्ती नदी में समा जाए और नदी बन जाए सागर रिक्त हो जाए जीवन ...
यूं तो भारत का राष्ट्रिय खेल हॉकी है पर सारे लोग सब काम छोड़ कर क्रिकेट मैच देखने में लग जाते हैं यूं तो भारत का राष्ट्रिय खेल हॉकी है पर सारे लोग सब काम छोड़ कर क्रिकेट मैच देखने...
बेटों को सही राह दिखाओ अपनी बेटियों को दुर्दशा से बचाओ। बेटों को सही राह दिखाओ अपनी बेटियों को दुर्दशा से बचाओ।
मेहनत, सादगी, परंपरा जब तक बसी गाँवों में विश्व के लोग भारत को वासी मानते देवताओं के मेहनत, सादगी, परंपरा जब तक बसी गाँवों में विश्व के लोग भारत को वासी मान...
परमात्मा के प्रेम में ऐसे थे रंगे कि उनकी कुर्बानी उनका धैर्य, उनकी शांति और उनका नूर ... परमात्मा के प्रेम में ऐसे थे रंगे कि उनकी कुर्बानी उनका धैर्य, उनकी शां...
जिंदगी रेल है जिसे क्षण भर रूक कर बढ़ जाना है आगे... जिंदगी रेल है जिसे क्षण भर रूक कर बढ़ जाना है आगे...
उलझे संबंधों से मुक्त शब्दजाल से मुक्त.. तुम्हारा प्राणमुक्त होना कचोटता है क्यों तुम्हारा चुपचा... उलझे संबंधों से मुक्त शब्दजाल से मुक्त.. तुम्हारा प्राणमुक्त होना कचोटता है क...
काश! वोटों की ख़ातिर इस देश के कर्णधार जवानों को यूँ न बहका पाते..। काश! वोटों की ख़ातिर इस देश के कर्णधार जवानों को यूँ न बहका पाते..।