गणेश उत्सव
गणेश उत्सव
आते हो मेहमान बनकर घर में
रौनक खूब लगाते हो,
गणपति बाप्पा मोरया अगले
वर्ष तू जल्दी आ जल्दी आ की धुन
के साथ चले जाते हो,
वक्त गुजर जाता है कैसे पता ही नहीं
चलता,
तेरी आव भगत में ही दिन गुजर जाते है,
हर वर्ष नई उम्मीदें नए सपने आंखों में संजो जाते हो,
विघ्न सब हर लेते हो घर के ओ विघ्नहर्ता तुम,
तेरे आने का आ पल पल करते है हम इन्तजार,
खुशियों से गूंज उठता है मेरा घर आँगन तेरे आने की खबर से,
तेरे आने की तैयारी में कई दिन लग जाते है,
साज सजा करते करते कई दिन गुजर जाते है,
करते है फिर तेरी पूजा मिलकर सब हम,
तेरे जाने से हो जाता है मन कुछ उदास,
लौट के फिर आने का वादा करके फिर तुम चले जाते हो।
