गल्ला
गल्ला
रिश्तों का
हिसाब-किताब
करने बैठे,
तो घाटा ही घाटा
हाथ आएगा।
इसलिए
बेहतर ये है,
कर्ज़ सारे माफ़
कर दिए जाएं।
धर्म खाते में
डाल दिए जाएं।
दूध का कर्ज़ भी
दान कर दिया जाएं।
गल्ले में बस
चवन्नी भर
जो प्यार
बचा रह जाएगा,
आख़िर वही काम
आएगा।