STORYMIRROR

कवि धरम सिंह मालवीय

Others

3  

कवि धरम सिंह मालवीय

Others

ग़ज़ल

ग़ज़ल

1 min
262


इस तरह याद आना नहीं चाहिए

हमको इतना सताना नहीं चाहिए


हम हुए हैं दिवाने सनम आपके

दिल हमारा दुखाना नहीं चाहिए


आपको देखकर फूल खिलने लगे

रुत ए पतझड़ बताना नहीं चाहिए


आप दुनिया हो मेरी जहाँ हो सनम

आपका दूर जाना नहीं चाहिए


आपका ए बदन हैं खिला सा कमल

दिल काँटो से लगाना नहीं चाहिए


जिंदगी में सनम आप आते नहीं

ख़्वाब में आना जाना नहीं चाहिए


आपका हो गया हैं दिवाना धरम

दूर हमसे भी जाना नहीं चाहिए।


Rate this content
Log in