एक पाती दोस्ती के नाम
एक पाती दोस्ती के नाम
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दोस्त बनाए नहीं जाते, बन जाते है,
खुद ब खुद रिश्तों के तार जुड़ जाते है।
तू मुझ से ज्यादा मुझ पर भरोसा दिखाता है।
ऐ दोस्त! बता ना, तुझे मुझमें ऐसा क्या नज़र आता है?
दोस्त तेरी दोस्ती ने खुशकिस्मत बना दिया।
जो सजदा कहीं न मिला, वो तेरी आँखों ने बयान किया।
कहीं बार गिर कर उठा हूँ, मैं तेरा सहारा लेकर,
ख़ुदा का बंदा है तू! भूल जाता है अक्सर खुद दुआएँ देकर।
दुआ है बस, तेरा मेरा साथ यूँ ही बना रहे।
भले ही अलग हो जाए राहें, पर मंज़िलें आकर मिला करे।