दोस्ती के नाम
दोस्ती के नाम
1 min
156
फोन आया उसने अचानक सबको बुलाया
कहा बड़े दिन हो गये यार मिलने को अब न टाल
सभी दोस्तों ने किया इक दूजे को फोन
बोलो कितने बजे पहुंचेगा कौन-कौन
सभी ने आने की हामी भरी
शाम छह बजे मिली दोस्तों की मंडली
चाय की पटरी पर सोचा चलें
चाय पीने के बहाने चर्चा करें
पर ये क्या पहले से तय था शायद
आज चाय की जगह एक एक कप काॅफी मिली
पर कुछ भी हो दोस्ती में साथ होने की अलग ही है खुशी।
