STORYMIRROR

Mohit Kothari

Others

3  

Mohit Kothari

Others

देश

देश

1 min
311

जो ढाल बन रहे खड़े

और दुश्मनों से जा भिड़े,

जो हर हाल में बढ़े

और अंत सांस तक लड़े,

जो शैल से अडिग रहे

और झुका क्षितिज गए,

जिनकी रक्त धार देख

रो रहा वो काल है,

वो वीर पुत्र देश के

वो हमारी शान है,

जो सरहदों पर हैं खड़े

वो देश के निगहबान हैं,

उनसे गौरवान्वित,

ये देश का स्वाभिमान है।


Rate this content
Log in