STORYMIRROR

Shipra Verma

Others

2  

Shipra Verma

Others

डर के काले साये

डर के काले साये

1 min
214

डर के काले साये

डराते हैं मुझे

अजनबी से साये

पास आते है मेरे


कौन हैं ये,

क्यों ये मेरे पास आते हैं

कौन सा संदेश मुझे

ये देना चाहते हैं


भय आतंकित मन मेरा

संयम नहीं रख पाता

मैं अपने घर से ही

भागने फिर लग जाता


घर भी नहीं सुरक्षित

मेरा, डर के सायों से

बाहर भी जाऊं तो मन

डरता है गैरों से।


यम के दूत तो आते है

यम काल के वक़्त

ये कौन साये है जो मुझको

घेर लेते हैं बेवक़्त।


कहीं कोई पिछला ये मेरा

कुकर्म तो नहीं है

या कह दो कि मन का मेरे

सिर्फ वहम ये नहीं है


जो भी हो इस साये से मुझको

छुट्टी कोई दिलवा दो

वरना मैं पागल हो जाऊंगा

मुक्ति मुझे इससे दिलवा दो।



Rate this content
Log in