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Gulab Jain

Others

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दौलत का लोभ...

दौलत का लोभ...

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रात-दिन बस दौलत कमाता है आदमी

फिर भी लोभ कम न कर पाता है आदमी।

रुपयों की चकाचौंध से अँधा हो कर,

जिंदगी भी दांव पे लगाता है आदमी।


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