बहुत जी लिया मैं ,इश्क़ मोहब्बत दर्द में ,लिखते लिखते थक गया , बहुत जी लिया मैं ,इश्क़ मोहब्बत दर्द में ,लिखते लिखते थक गया ,
बड़ों बड़ों का रक्षक कलियुग यहां लूट पाट सब चलता है। बड़ों बड़ों का रक्षक कलियुग यहां लूट पाट सब चलता है।
पूर्णिमा वाले चन्द्रमा की तरफ से नजरें नहीं हटते। पूर्णिमा वाले चन्द्रमा की तरफ से नजरें नहीं हटते।
प्यारी बिटिया प्यारी बिटिया
I am deleting my poems I am deleting my poems
I am deleting my poems ऐसे कैसे तुम्हेंं गवायेंगे। I am deleting my poems ऐसे कैसे तुम्हेंं गवायेंगे।