बसंत चितचोर
बसंत चितचोर
पतझड़ बाबा को करो टाटा
बसंत राजा आए हैं,
संग अपने देखो , नज़राने सुहाने लाए हैं,,,
कोयल कूके गीत सुनाए,
नाचे भवर, उपवन हर्षाए,,
खिली - खिली धूप
भीनि- भीनि सुगंध
आमो के वृक्षों पर ,बौरें लहराए
देखो - देखो बसंत राजा आए।।
चंदन, तिलक थाल लिए करो स्वागत
उतारो आरती ,आया मनभावन
देखो नजर भर , नजर न लग जाए,
कैसा है ये चित चोर , कहीं दिल में घर न कर जाए।
संभालो दिल को लुटेरा आया,
हम सब को रंगने रंगीला आया ,,
देखो - देखो बसंत आया
मस्ताना मौसम संग लाया ,
देखो - देखो बसंत राजा आया।।
