STORYMIRROR

गीता गुप्ता 'मन'

Others

1  

गीता गुप्ता 'मन'

Others

बसन्त आगमन

बसन्त आगमन

1 min
71

फैली देखो ,अतुलित छटा,

रंग है रूप प्यारा।

आये छाए ,मदन जग में,

नेह का राग सारा।

झूले झूला ,कुसुम कलिका,

प्रेम के गीत गाते।

धारे सारे ,वसन नव है ,

वृक्ष में पात आते।



Rate this content
Log in