भुली हुई मुस्कान
भुली हुई मुस्कान
1 min
314
सब से पूछ लिया
सब जगह ढूंढ लिया
पर मिली नहीं कहीं
वो प्यारी से मुस्कान
खो गई हैं कहीं
मुरझा गई हैं कहीं
पता नहीं कहां छिप गई हैं
वो दिलकश मुस्कुराहट
कुछ खफ़ा सी हैं
कुछ नाराज सी हैं
हर चेहरे से नदारद सी हैं
वो खिलखिलाती हंसी
कहीं रखकर भूल गए हैं
किसी कोने में छोड़ आएं हैं
कहीं दफ़न कर दी हैं
वो महकती मुस्कान
हर पर्दा उठा कर देखा
हर चादर पलट कर देखी
बिस्तर पर कहीं नहीं मिली
वो धूप सी चमकती हंसी
हर चेहरे से पूछा
हर बंद होंठ में ताला मिला
उसकी चाभी मिल जाए
तो खुल जाए हंसी की फुहार