STORYMIRROR

Umakant Yadav

Others

3  

Umakant Yadav

Others

बेटी जो दिल का कोहिनूर

बेटी जो दिल का कोहिनूर

1 min
318

बेटी जो मुझसे दूर है

मेरे दिल का कोहिनूर है।

उसे जब भी याद किया

ईश्वर से फरियाद किया,

जहाँ भी रहे चमकती रहे

फूलों के जैसे महकती रहे,


ख़ुश रहे सहेलियों के संग

लड़ती रहे पहेलियों के संग,

आँसू आँखो में आने न पाये

बुराई दिल मे समाने न पाये,

मंजिलों को सदा छूने की आशा

ज्ञान को सदा पाने की अभिलाषा,

करती रहो सतत संघर्ष

करती रहो संस्कार का स्पर्श,


विश्वास रगों का भरता हुँकार

तुझमे ही है मेरे जीवन का सार

दिल जिसके

लिये हुआ न कभी मजबूर है

बेटी जो मुझसे दूर है

मेरे दिल का कोहिनूर है।।



Rate this content
Log in