बधाईयाँ
बधाईयाँ
1 min
430
अब ना हो कोई मायूसी, ना कोई गिला कभी रखना,
बस खुश रहना और खुशियों से यूँ ही सदा मिला करना,
जब भी ख्याल कोई आए, लिख देना तुम हाल-ए-दिल,
सब किस्से, कहानी, कविता यूँ ही तुम लिखती रहना,
खूब लुटाना उन पर प्यार, रखना तुम अपना भी ध्यान,
सबको खुश रखने में भूल ना जाना अपने सब अरमान।