सावन का महीना ,बारिश की फुहार सखियों का संग ,ठंडी ठंडी चले बयार ! सावन का महीना ,बारिश की फुहार सखियों का संग ,ठंडी ठंडी चले बयार !
नहीं, बिल्कुल नहीं ।मुझे बिल्कुल भी नहीं याद आषाढ़ का कोई एक दिनया सावन भादों की कोई रात नहीं, बिल्कुल नहीं ।मुझे बिल्कुल भी नहीं याद आषाढ़ का कोई एक दिनया सावन भादों की...
हलकी सी वो बारिश की बूंदें तुम अपने साथ ले आना.. हलकी सी वो बारिश की बूंदें तुम अपने साथ ले आना..