अनुभव
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जब रंगे जाए घर
तो दीपावली '
और जब रंगे जाए
घरवाले
तो होली ।
एक में तेज है
प्रकाश का।
एक में जल है
अनुनास का ।
एक भगवान
श्रीराम के अयोध्या
आगमन के
उल्लास का
त्यौहार हैं
तो एक होलिका
के दहन का
भक्तिमय व्यवहार है ।
होती जब जब
बाहर रोशनी
तो मन कहता दीवाली ।।
और जब खुशियों से
अन्तर्मन रंग जाता
तो --कहलाती है--
होली रंगो वाली ।।
यही तो सच में
भारतीयता की
असली पहचान है ।।
संस्कृति संस्कार का
प्रत्येक ऋतु के
आगमन पर
भीना भीना
मधुर आगाज़ है।।
