अंदाज
अंदाज
झुर्रियाँ चेहरे पर बेशक हजार हों,
पर उस उम्र में भी तुम्हारा साथ हो।।
बालों का सफेद रंग इश्क़ के रंग को कभी ना मिटा सके,
एक दूसरे के हमसफ़र बन कर राहों के कांटे हटा सके।।
तुम्हारा हाथ मेरे हाथ में हो तो दुनिया की मुझे परवाह नहीं,
तुम्हारी हर गुस्ताखी माफ अब कोई शिकायत तुमसे नहीं।।
दर्द जो भी हो पर तुम होठों से मुस्कुराहट जाने नहीं देते,
हालात जो भी हो आंखों से आंसू झलकने नहीं देते।।
शायद मेहरबान है वो खुदा जो मुझे तुम सा साथी दिया,
मेरी कांटों से भरी ज़िन्दगी को गुलशन कर दिया।।
आज इस उम्र पर आकर भी तुमने मेरा साथ नहीं छोड़ा,
मेरी हर ख्वाहिशों को पूरा करना आज तक नहीं छोड़ा।।
मेरी उलझी जुल्फें तुम आज भी संवारते हो,
मैं रूठूं तो तुम आज भी उसी अंदाज में मनाते हो।।
तुम्हारी रूह बेपाक है,
इसमें कोई झूठ ना कोई फरेब है।।
सच्ची मोहब्बत तो रूह से होती है,
रूहानी मोहब्बत बेपाक़ होती है।।
तुम्हारे साथ ज़िन्दगी के कई मोड़ मैंने देखे है,
तुम्हारा हाथ थाम मैंने सारे दुख ओझल होते देखे है।।
याद है वो दिन जब तुम और मैं एक बंधन में बने थे,
ऐसा लगता है कल की ही बात है जब हम मिले थे,
एक सुकून एक हिफाज़त मैं तुम्हारे साथ महसूस करती हूं,
आज भी तेरी आंखों में अपना नाम पढ़ा करती हूं।।
आज भी तुमने एक गीत मुझ पर लिखा,
मेरी जुल्फों की तारीफ में क्या ख़ूबसूरत लिखा,।।
शुक्रिया इतनी मोहब्बत करने के लिए,
उम्र के इस पड़ाव में भी मुझे उतना ही चाहने के लिए,।।
मेरी हर दुआ में तुझे तेरा जिक्र मिलेगा,
मेरी रूह पर भी तुझे तेरा दिया रंग ही चढ़ा मिलेगा,।।