अमूल्य धन
अमूल्य धन
मात-पिता की शिक्षा अमूल्य धन
हाथ जोड़ कर करो नमस्ते, शीश चरणों में झुकाया करो,
बड़े-बुज़ुर्ग जो समझाते तुम्हें उन्हें अच्छे से समझ जाया करो,
माता-पिता की शिक्षा में जीवन का अमूल्य धन है छुपा,
दादा-दादी के आशीर्वाद में सुखों का गहरा मतलब है छुपा,
सुबह-सवेरे उठ कर के बड़ों को मस्तक निवाया करो तुम,
कर्तव्य अपने निष्ठा से निभाओ, उनसे ना भाग जाया करो तुम,
मानोगे ग़र कहना बड़ों का, आदर- सत्कार उनका करोगे,
प्यार सबसे पाओगे, जीवन होगा सफल, एक दिन अफसर बड़े बनोगे।
