ऐसे बसन्त मेला
ऐसे बसन्त मेला
कुछ पल बीत गए ऐसे बसन्त मेला में
तेरे आने से खुद खो गए ऐसे बहार में
मटकी ले कर चल दिये इस खुशियों में
कुछ पल में आ गया मौसम रंग भरे गाँव में
बादल भी पलकें बिछाएं गहरे इंतज़ार में
हवाएं भी मध्यम मध्यम झूमे इंतज़ार में
स्वागत कर रहे हैं बसन्त की पहली बेला में
कुछ पल बीत गए ऐसे बसन्त मेला में।
चिड़ियों की गुनगुनाहट में मग्न कोमल कलियाँ
सरसो भी खिले पीले पीले फूलों की बालियों
चंद्रमा की कायनात में शीतलता चाँदनी लगती है
कुछ पल बीत गए ऐसे बसन्त मेला में।
