STORYMIRROR

MITHILESH NAG

Others

4  

MITHILESH NAG

Others

ऐसे बसन्त मेला

ऐसे बसन्त मेला

1 min
475

कुछ पल बीत गए ऐसे बसन्त मेला में

तेरे आने से खुद खो गए ऐसे बहार में

मटकी ले कर चल दिये इस खुशियों में

कुछ पल में आ गया मौसम रंग भरे गाँव में


बादल भी पलकें बिछाएं गहरे इंतज़ार में 

हवाएं भी मध्यम मध्यम झूमे इंतज़ार में

स्वागत कर रहे हैं बसन्त की पहली बेला में

कुछ पल बीत गए ऐसे बसन्त मेला में।


चिड़ियों की गुनगुनाहट में मग्न कोमल कलियाँ

सरसो भी खिले पीले पीले फूलों की बालियों 

चंद्रमा की कायनात में शीतलता चाँदनी लगती है

कुछ पल बीत गए ऐसे बसन्त मेला में।


Rate this content
Log in