ऐसा हो अपना हिंदुस्तान
ऐसा हो अपना हिंदुस्तान
भ्रष्टाचार भयमुक्त हर क्षेत्र हो
लोकतन्त्र का आँचल भी
बेदाग और निर्मल हो
सुख शांति का विस्तार हो ।
ज्ञान विज्ञान का विस्तार हो
कृषकों को उनका अधिकार मिले
हर गाँव रोशनी से जगमगाए
घर –घर शिक्षा का दीप जले ।
बेटियाँ कोख में न मारी जाएँ
बेटी संग बहू भी पूजी जाएँ
नारी –पुरुष का भेद मिटाएँ
हर कोई अपना अधिकार पाए।
कोई बालक न भूखा सोए
न कोई माँ आँसू बहाए
अत्याचार न कहीं बलात्कार हो
सर्वत्र सत्यमेव जयते की जय- जयकार हो।
बापू का देखा सपना साकार हो
दहेज़ उत्पीड़न का बहिष्कार को
भाईचारे और प्रेम का विस्तार हो
देशप्रेम का नारा घर –घर मुखरित हो ।
हरियाली छाए हर घर उपवन
देश की खातिर न्योछावर तन-मन
जहाँ हो वीरों का सम्मान
ऐसा हो अपना हिंदुस्तान ॥
