ऐलान भारतीय का
ऐलान भारतीय का
भारत के हम नवयुवक हैं ,
अपना कर्म जानते हैं ,
इंसानियत को महान
सारे धर्म से मानते हैं।
नफ़रत-ईर्ष्या-भय नहीं ,
प्रेम का पाठ सिखाते हैं ,
भेदभाव करने वालों को,
न्याय का रूप दिखाते है।
देश को नए पंख देकर,
हम विश्व के अम्बर में उड़ाते हैं ,
वसुधैव कुटुम्बकम का ज्ञान,
चारों दिशाओं में पढ़ाते हैं ।
भारत है हमारा,
इसे बर्बाद न होने देंगे,
यहाँ जन्मी है कई हस्तियाँ,
उनकी विरासत न खोने देंगे।
हम ही सरकार हैं
यह बात अब बताना है,
युद्ध से नहीं डरते हम
इतिहास अपना पुराना है।
क्या करेगा जानकार मेरा मज़हब,
हम सारे हिंदुस्तानी हैं ,
क्या तू बताएगा बारिश को,
क्या होता पानी है।
संविधान हमारा मूल है,
ये बात सुन लो,
कहाँ भागोगे तुम,
ये रास्ता अपना चुन लो।
हम है तो तुम्हारी सियासत है,
इसका घमण्ड मतकर,
हमारे दान के ऋणी हो तुम,
इस कुर्सी का हठ मतकर।
छात्र देश निर्माता हैं
देश पर अभिश्राप नहीं,
पुण्य करते है समाज पर,
तुम जैसे पाप नहीं।
सुन ले ज़ालिम-ए-दुश्मन !
यह भारत है भारत ही रहेगा,
जबतक आसमान में चाँद-सितारें हैं ,
यह अमर है इस ब्रम्हांड में
और सारे भारतीय हमारे प्यारे हैं।