STORYMIRROR

Abhilasha Chauhan

Others

4  

Abhilasha Chauhan

Others

आया वसंत

आया वसंत

1 min
452

आए हैं ऋतुराज वसंत,

वसुधा मुस्काई आ गए कंत।

ओढ़ी पीली चुनरिया उसने,

फूलों के पहने हैं गहने।


वृक्षों ने नवश्रृंगार किया है,

हरीतिमा को ओढ़ लिया है।

कोयल मीठे गीत सुनाए,

भंवरे गुन-गुन करते आए।


रंग-बिरंगी तितलियां उड़ती,

कोमल कलियां हैं खिलती।

बसंत में प्रकृति हुई बासंती,

बहती बयार हुई मधुमाती।


पीत वर्णी पुष्पों की शोभा,

देख-देख मन उठता लोभा।

ख़ुशियाँ लेकर आया बसंत,

प्रकृति की शोभा हुई अनंत।


शब्द सुंदरता कैसे करें वर्णन,

अनुभूति का होता स्पंदन।

मां सरस्वती की होती पूजा,

उन के सम न कोई दूजा।


ज्ञानदीप वे मन में जलाएं,

अंधकार को दूर भगाएं।

असत्य और अज्ञान मिटाएं,

जीवन-ज्योति उज्ज्वल हो जाएं।



Rate this content
Log in