आ जा अब तो
आ जा अब तो
आ जा अब तो कन्हैया
तेरी मुरली की धुन सुन कर मैं दौड़ी चली आयी
कन्हैया दौड़ी चली आयी कन्हैया
कहाँ छुप गए तुम झलक दिखा कर
झलक दिखा कर
रंगो का मौसौम आया और गया
मिली न मोये तेरी कोई खबर ओ कन्हैया
मिलने का अपना वादा तू भूला
अपनी राधा की ले ले खबर हो कन्हैया
आ गयी अब तो सावन की रुत ओ कन्हैया
अब तो आ जा पुकारे तुझे तेरी राधा
आजा झलक दिखा जा
तुझ संग हम भी भीग ले
कितनी प्यारी यह रुत है कन्हैया
आ जा अब तो आ जा
तड़प रहे है बिन तेरे हम भी
कैसे दिखाए अपने दर्द
ओ तुझको आ जा अब तो
आ जा कन्हैया आ जा अब तो आ जा
तेरे मिलान को तरसे यह अखिया
आ जा अब तो आजा
