जिंदगी तो आखिर जिंदगी होती है तरह-तरह से संजोती है! जिंदगी तो आखिर जिंदगी होती है तरह-तरह से संजोती है!
आइए तुम भी तमाशा देखिए बात से बनते बताशा देखिए। आइए तुम भी तमाशा देखिए बात से बनते बताशा देखिए।
नानी के घर जाकर हमको भरपेट दूध-मलाई है खानी। नानी के घर जाकर हमको भरपेट दूध-मलाई है खानी।
आखिरकार मैंने, कुछ शब्दो को धरदबोचा, और छंदों की गांठ मारी और किस्सों को पोटली में खोसा. मैंने इन स... आखिरकार मैंने, कुछ शब्दो को धरदबोचा, और छंदों की गांठ मारी और किस्सों को पोटली ...